मातृभाषा से लगाव ही करेगा शिक्षार्थी का भविष्य उज्जवल

ब्यावर :- .मातृभाषा से लगाव होगा तो शिक्षार्थी का भविष्य उज्जवल है, क्योंकि जिस बालक को अपनी मातृभाषा की पूर्ण जानकारी होगी वो अन्य भाषाओं को भी आसानी से सीख सकता है ये वीचार भारतीय सिंधु सभा राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल वाधवानी ने राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद दिल्ली व भारतीय सिंधु सभा राजस्थान द्वारा संचालित ब्यावर के सिन्धी डिप्लोमा कोर्स केन्द्र संख्या 8 (आठ) व 9 (नौ) के कक्षाओं के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किये.
श्री वाधवानी ने कहा कि भा.सि.सभा का प्रयास रहा है कि बच्चो में सिन्धी भाषा के प्रति लगाव पैदा हो जिससे लुप्त हो रही भाषा का बचाव होगा साथ ही बच्चो का भविष्य भी उज्जवल होगा
इससे पूर्व भी सभा की नगर बैठक में भा.सि.सभा के प्रदेश महामन्त्री ईश्वर मोरवानी ने आगामी वर्ष 2022-23 में अमर शहीद हेमूं कालानी के 100 वे जन्मोत्सव पर विभिन्न आयोजन किए जाने का अनुरोध किया, मीडिया प्रभारी मूलचंद बसंतानी ने विभिन्न आयोजन कैसे सम्पादित करने है, की जानकारी दी. भा.सि.सभा के जिलाध्यक्ष हरि किशन तिलोकानी ने सभी आगन्तुक अतिथियों का स्वागत किया, कक्षाओं के संचालन सम्बन्धी जानकारी कमल सुन्दर चचलानी ने दी, कार्यक्म का संचालन डा नरेन्द्र आनन्दानी ने किया समारोह में हरगुन लालवानी, केशव कांजानी, लक्ष्मण हरवानी, रमेश गंगवानी, बाबूमल गंगवानी, दिलीप ज्ञानचंदानी ,नरेन्द्र नरेश आदि समाज बन्धु उपस्थित थे.
वर्ष 2018-19 में सम्पन्न सिन्धी सर्टीफिकेट कोर्स के प्रतिभावान शिक्षार्थी श्रीमती द्रोपती भोजवानी, नव्या चचलानी, भानु मूलचन्दानी, रश्मी लालवानी व महक फतनानी को सिन्धी शिक्षा मित्र कमल चचलानी द्वारा पुरस्कृत किया गया, अंत में धन्यवाद भावना खूबानी ने दिया.
साभार :कमल सुन्दर चचलानी,ब्यावर