ई प्रकाशित हुआ श्री भगवान अटलानी जी का नया उपन्यास "कामनाओं का कुहासा "

ई प्रकाशित हुआ  श्री भगवान अटलानी जी का नया उपन्यास "कामनाओं का कुहासा "

सामाजिक,राजनैतिक व धार्मिक पाखन्ड की पोल खोलता  "कामनाओं का कुहासा "

हिन्दी और  सिन्धी के प्रख्यात लेखक  श्री भगवान अटलानी जी का नया उपन्यास "कामनाओं का कुहासा " का ई प्रकाशन कनाडा के प्रकाशन संस्थान pustakbazaar.com की ओर से किया गया है I  समय की मांग और  सुगम,सरल  तरीके  से  उपन्यास  को विश्व भर में अपने पाठकों  तक तुरंत उपलब्ध करवाने के लिए  उपन्यास का ई प्रकाशन कराया गया है| उपन्यास   को डाउनलोड कर के पढ़ा  जा सकता  है  I

 "कामनाओं का कुहासा" के बारे में  श्री भगवान अटलानी ने जानकारी देते हुए बताया की सरकारी संस्थान में मनोनीत अध्यक्ष की कार्यशैली पर आधारित  यह उपन्यास अब तक अज्ञात अनेक पहलुओं को उद्घाटित करने के साथ सामाजिक,राजनैतिक व धार्मिक पाखन्ड की पोल खोलता है I उपन्यास के पन्द्रह से अधिक अंश विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं  I  साप्ताहिक 'राष्ट्रदूत' में 24 जनवरी 2021 से उपन्यास का धारावाहिक प्रकाशन हो रहा है  I  ईपुस्तक के रूप में 591 पृष्ठों के उपन्यास *कामनाओं का कुहासा* के प्रमुख अंश प्रकाशक की साइट पर उपलब्ध हैं|

*कैसे करे डाउनलोड*
दिए गए लिंक पर क्लिक कर http://pustakbazaar.com/books/view/44  *कामनाओं का कुहासा* के प्रमुख अंश  देखे जा सकते हैं व् उपन्यास को डाउनलोड किया जा सकता है|