संतो की शिक्षा अनुसरण से ही समाज में प्रगति संभव

संतो की शिक्षा अनुसरण से ही समाज में प्रगति संभव

ब्यावर:- वही समाज निरंतर प्रगति कर सकता है जो अपने संत महापुरुषों व बुजुर्गों के अनुभवों का सहयोग लेकर सकारात्मक सोच के साथ नित्य प्रतिदिन आगे बढ़ते रहते हैं।
सिन्ध के सरताज संत शिरोमणि भगत कंवरराम साहिब के 137 वे जन्मोत्सव के अवसर पर आज चांद गेट अंदर स्थित संत कंवर राम मंदिर में सिंधी सांस्कृतिक सखी संगत व झूलेलाल युवा सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में संत श्री की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि कर  नमन किया गया।
सिन्धी सांस्कृतिक सखी संगत की सानिया खूबानी ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झूलेलाल युवा सेवा समिति के संरक्षक कमल सुंदर चचलानी ने कहा कि हमें गर्व है कि असहाय,  जरूरतमंद रोगियों विशेषतः गंभीर बीमारियों (कुष्ठ) से ग्रसित रोगियों की सेवा करने वाले संत भगत कंवर राम का जन्म सिंध प्रदेश के जरवार गांव में हुआ। हमें सदैव ऐसे निष्काम सच्चे संत की सेवाओं का अनुसरण करते हुए जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए कार्यक्रम में पुरुषोत्तम उत्तमचंदानी, लक्ष्मण हरवानी, आसन दास वासवानी ,सुंदर तेजवानी, मनीष आसनानी महेश पारवानी ,श्रीमती भारती उतवानी, श्रीमती भारती गिदवानी, लता कोटवानी ,माला कांजानी,वर्षा भोजवानी, वर्षा दुलानी, कमल वासवानी, जैकी तिलोकानी, प्रदीप फुलवानी जेठानंद तिलोकानी भगवान दरयानी ,राजेश टेकचंदानी,‌डॉ पुष्पा भागचंदानी भारती आनंदानी हर्षा उत्तमचंदानी, वर्षा करमचंदानी,वर्षा चंदानी , भावना भारवानी, भावना लालवानी आदि समाजजन मौजूद थे। सिद्धी भोजवानी,वर्षा करमचंदानी व भारती उतवानी द्वारा सुमधुर आवाज में भजन प्रस्तुत किए गए तत्पश्चात ब्रह्मानंद धाम में बुजुर्गों की सेवा की गई।