सिंधी समाज ने मनाया 139 वा संत कंवर राम जयंती महोत्सव
नाले अलख जे बेड़ो तार मूहिजो, किए रिझाया किय परचाया, जैसे भक्ति गीतों भजनों के साथ सिंधी समाज ने मनाया 139 वा संत कंवर राम जयंती महोत्सव
बीकानेर , सिंध के संत कंवर राम साहिब जी का 139 वा "अवतरण दिवस" संत कंवर राम मंदिर रथखाना कालोनी व संत कंवरराम सिन्धी धर्मशाला धोबी तलाई गली नम्बर-11 बीकानेर में बड़ी धूम धाम और श्रद्धा से मनाया गया।
इस मौके पर संत कंवर राम ट्रस्ट के संरक्षक विजय एलानी , अध्यक्ष ढालू राम खेसकवानी, मोहन हरवानी, अशोक वासवानी, मानसिंह मॉमनानी, ने लोक देवता कंवर राम साहिब की मूर्ति पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किए। लोक गायन सतीश रिजवानी व सुगन चंद तुलसियानी ने साईं कंवर राम के पंजणा वह सूफी कलाम गाये।
देवानंद खेशवानी, गिरधर गोरवानी, राजू मोटवानी, हेमंत मूलचंदानी, वीनू पुरोहित ,दादी वीणा, गंगाराम आदि के भक्ति गीत व भजनों की प्रस्तुति का सभी श्रद्धालुओं ने आनंद उठाया और तालियों व नृत्य से हॉल को गुंजायमान कर संत अवतरण दिवस पर अपनी ख़ुशी का इज़हार किया वहीँ उपस्थित मातृ शक्ति में कुछ श्रद्धालुओं द्वारा गाये भजनों से उपस्थित सभी भक्तों को लयबद्ध तालिया बजाने पर मजबूर किया।
इस अवसर पर हंसराज मूलचंदानी, दिलीप मनसुखानी , किशोर मोतियानी हरीश रूपाणी ईश्वर लाल चौहान चंद्रभान चंदानी द्वारा जन्मोत्सव केक काटा गया।
दीपक आहूजा टीकम पारवानी, हांसानंद मगवानी, दौलत प्रेमजानी, विक्की चंदानी, बाबू चंदानी ने अरदास की।
हरीश चंदानी ,सुरेश केसवानी, दौलत हरवानी, तेज प्रकाश खत्री,अनिल डेंबला, कन्हैयालाल, हीरालाल, लिखमाराम , चंदू रामानी कैलाश ग्वालानी द्वारा हाथ प्रसादी कार्यक्रम की व्यवस्था में सहयोग दिया गया।
अंत में विजय एलानी, ढालू राम खेसवानी, मोहन हरवानी ने संत भगत कंवर राम के संदेशों व शिक्षा को अपनाने का आव्हान किया ।
संत कंवरराम सिन्धी धर्मशाला धोबी तलाई में भारतीय सिन्धु सभा महिला इकाई व मातृ सतसंग मण्डली द्वारा सतसंग का आयोजन किया गया और काबिली - छोले का भोग लगाया। द्वीप प्रज्ज्वलन ट्रस्ट के अध्यक्ष श्याम बाधवानी अनिल डेम्बला व सिन्धु सभा के अध्यक्ष किशन सदारंगानी व महिला इकाई की भारती गुवालानी, देवी नवानी, रुखमणी वलीरमाणी, देवी नवानी, व कमला सदारंगानी ने किया। संत कंवरराम के चित्र पर पुष्प माला वर्षा लखानी, लता सदारंगानी, दिव्या वलीरमाणी व नीलम वासवानी ने अर्पित की। मधु वासवानी निरमा वासवानी, कला देवी वलीरमानी, रुखमणी नवानी ने सूफी भजन प्रस्तुत किये। नन्हीं बालिका प्राची व वंशिका मे बाल गीत गाए। शिक्षक पवन खत्री ने संत कंवर राम के जीवन पर प्रकाश डालकर बताया कि संत कंवर राम ने अपना पूरा जीवन दिव्यांगों को समर्पित किया था।