--- सिंधु समाज मे अथाह शोक---

--- सिंधु समाज मे अथाह शोक---

बीकानेर  सिंधी समाज शोक में डूबा  

  बीकानेर , आज के सूर्योदय की लालिमा कुछ फीकी दिखाई दे रही थी उसी समय आदरणीय लोकुमल जी के देहावसान का समाचार मिला तभी लगा कि आज सूर्यदेव क्यों उदास हैं ? इस समाचार के फैलने के साथ ही बीकानेर का सम्पूर्ण सिंधी समाज शोक में डूब गया। स्व. दादा लोकुमल जी समाज की एकता,उत्थान, उचित परिवर्तनों के लिये सदैव समर्पित रहे।आयु के इस पड़ाव पर भी वे विभिन्न संस्थाओं से जुड़े रहे व उनमें सक्रिय भागीदारी निभाते रहे। नई पीढ़ी की रुचियों का आदर कर उन्होंने युवाओं के लिए अपनी स्व पत्नी श्रीमती जमना देवी की स्मृति में सिंधी समाज की प्रथम टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता भी करवाई जो मील का एक पत्थर साबित हुई।सिंधी सेंट्रल पंचायत के चुनावों में भी उनकी महती भूमिका रही। सिंधी समाज की एकता को अक्षुण रखने के लिये अपने जीवन के सन्ध्या काल मे भी वे विभिन्न व्यक्तियों से सतत सम्पर्क कर प्रयत्नशील रहे ! प्रकृति ने भी उन्हें वर्षा की बूंदों में अपने अश्रुओं को ढाल कर अपने दुख को प्रकट किया! बीकानेर का सम्पूर्ण सिंधु समाज आज उन्हें अश्रुपूरित मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है.

श्रीमती जमना देवी  स्मृति  सिंधी समाज - प्रथम टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता की कुछ झलकियां