रविवार से भगवान झूलेलाल जी के पूज्य चालीहा व्रत आरम्भ
ठकुर साईं मनीष लाल साहिब साईं भरूच वालों ने जानकारी देते हुए बताया कि नाहिरी (मार्गशीर्ष) चण्ड दिनांक 05/12/21 रविवार से भगवान झूलेलाल जी के पूज्य चालीहा व्रत आरम्भ हो रहे हैं ।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भगवान झूलेलाल जी का नाहीरी माह के पूज्य चालीहा साहिब 5 दिसम्बर 2021 रविवार से शुरू होंगे, इसके नित नेम 4 दिसम्बर की मध्य रात्रि 12 बजे शनिवार से प्रारंभ होंगे। पूर्व में नाहीरी माह के पूज्य चालीहा साहिब (उपवास) केवल भगवान झूलेलाल जी के वंशज ( ठकुर परिवार द्वारा) ही रखा करते थे।वह थान साहिब (झूलेलाल मंदिर) में अपने सेवक और प्रेमियों की सुख शांति और समृद्धि के लिए लाल साई से प्रार्थना करते थे। इन दिनों में महिलाएं थान साहिब में नहीं जाती थी।
इन पूज्य चालीहा साहिब के प्रति परम पूज्य ठकुर साईं आेमलाल साहिब जी से सेवको ने यह उपवास रखने की आज्ञा मांगी। तब भगवान झूलेलाल जी के प्रति अपने सेवको की बढ़ती आस्था एवं विश्वास को देखते हुए साईं जी ने यह उपवास सेवको को रखने की आज्ञा दी।
*पक्का पूज्य चालीहा साहिब रखने के नित नेम*
जिसके नियम रात्रि 12 बजे से अगले दिन शाम को सूर्यास्त के समय करीब 6 बजे तक निर्जल (बिना जल और अन्न ग्रहण कीये) रहना है। शाम को अख्खा,आरती और पल्लव पहनकर एक समय का साधारण भोजन ग्रहण करना है।
*सवा पहर के नित नेम*
कई सेवक उपवास नही रख पाते थे तो साईं जी उन्हें सवा पहर के उपवास के बारे में बताया कि आप रात्रि में 12 बजे से अगले दिन दोपहर के 12 बजे तक निर्जल होकर भी इस उपवास को रख सकते है।अख्खा,आरती,अमर वंदना,अष्टक एवं पल्लव पहनकर दिन में एक बार फ्रूट और एक बार भोजन ग्रहण कर सकते है।
समय की व्यस्तता और भगवान झूलेलाल जी के प्रति बढ़ती आस्था को देखते हुए कई सेवक उपवास नही रख पाते थे तो साई जी ने एक नियम यह भी बताया कि इन चालीस दिनों तक नित नेम से झूलेलाल मंदिर या अपने घर पर ज्योत जगाकर,अष्टक अख्खा,आरती,पल्लव एवम् अमर वंदना पहनने से पूज्य चालीहा साहिब की मनोकामना पूर्ण होती है। *आपकी कोशिश यह रहे की रोजाना अख्खा पहनने का स्थान एक ही हो।उसे बदलना नहीं है*
पूज्य चालीहा साहिब का समापन पूज्य बहि राणा साहिब करके ही किया जाता है।पोहू माह की ग्यारस के दिन होता है।लेकिन सेवक प्रेमीयो से किसी भी तरह की भूलचुक के लिए 16 जनवरी 2022 को समापन होगा।
इन चालीस दिनों में कई शहरों में परम पूज्य ठकुर सांई मनीष लाल साहिब जी (साई भरूच वारा) ने प्रभात फेरी की शुरुवात भी करवाई है।
नोट -- पूज्य चालीहा साहिब का समापन 16 जनवरी 2022 को जय झूलेलाल (वरुण देव) मंदिर, भरूच, गुजरात में समापन होगा।