नानक हिंदुस्तानी कला पुरोधा सम्मान से सम्मानित

बीकानेर के वरिष्ठ रंग निर्देशक नानक हिंदुस्तानी को आज़ संगीत नाटक अकादमी जोधपुर की ओर से शिक्षा मंत्री बी. डी कल्ला तथा राजस्थान मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष रमेश बोराणा के हाथों कला पुरेधा सम्मान से सम्मानित किया गया ।
सम्मान में उन्हें 25000/- की सम्मान राशि तथा प्रशस्ति पत्र भेंट किया गया।
उल्लेखनीय है कि हिंदुस्तानी गत पचास वर्षों से हिंदी सिन्धी रंगमंच में सक्रिय है । उनके उल्लेखनीय नाटकों में किसी ओर का सपना , रस गंधर्व ,आख़िर कब तक ,क़िस्सा कुर्सी का ,दस मिनट, सेठ सुधार चंद ,देश की सीमा पर पूरे देश में चर्चित हुवे है । राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की प्रतियोगिता में उनके नाटक आख़िर कब तक को प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया । आपने वर्ष 1973 में नवयुवक कला मंडल की स्थापना की जो आज़ भी देश के युवा रंगकर्मियो में लोकप्रिय है । इस संस्था ने अभी तक बीकानेर में 200 से भी अधिक कलाकार दिये हैं । बीकानेर के रंगकर्मियों ने हिंदुस्तानी को यह सम्मान मिलने पर बीकानेर रंगमंच का सम्मान बताया ।