रतनानी के पहले सिंधी कविता संग्रह "चुहिंडरी"का विमोचन

रतनानी के पहले सिंधी कविता संग्रह    "चुहिंडरी"का विमोचन

कोटा 15 मार्च । कोटा के वरिष्ठ साहित्यकार किशन रतनानी की 15 वीं पुस्तक और पहले सिंधी कविता संग्रह "चुहिंडरी" का विमोचन  जाने माने लेखक ,केंद्रीय साहित्य अकादेमी पुरुस्कार विजेता अजमेर के ढोलन राही, भोपाल के नारी लछवानी, रायपुर के राजकुमार मसंद, राजस्थान सिन्धी अकादेमी के सचिव योगेंद्र गुरनानी व बीकानेर के सुरेश हिंदुस्तानी ने राजस्थान सिंधी अकादेमी के अखिल भारतीय सिंधी लेखक व कवि सम्मेलन में किया।
उल्लेखनीय है कि  रतनानी के
इससे पूर्व 11 कहानी संग्रह व तीन एकांकी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं । उनका यह सिंधी कविता संग्रह मानव संसाधन मंत्रालय के राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद,नई दिल्ली से अनुमोदित है । 
इसी कार्यक्रम में सिंधी बोली और सिंधी साहित्य में सामाजिक कुरीतियों पर पत्र वाचन भी हुआ जिसमें किशन रतनानी के समालोचक के रूप में भाग लिया।
इन सत्रों में अजमेर के डॉ सुरेश बबलानी,जयपुर के गोविंदराम माया ,अहमदाबाद के डॉ जेठो लालवानी, अजमेर की डॉ कमला गोकलानी,डॉ हासो दादलानी, जयपुर के भगवान अटलानी ने भाग लिया। 
अखिल भारतीय सिंधी कवि सम्मेलन अजमेर के ढोलन राही की अद्यक्षता , भोपाल के नारी लछवानी के संचालन 
में  हुआ जिसमें कोटा के किशन रतनानी, रायपुर के राजकुमार मसंद व कैलाश शादाब,भोपाल के  कन्हैया शेवानी व भगवान बाबानी,कल्याण की  प्रिया 
वछानी,अजमेर की डॉ कमला गोकलानी,जयपुर के खेमचंद गोकलानी,नंदिनी पंजवानी व लकमण पुरस्वानी,बीकानेर के सुरेश हिंदुस्तानी ने काव्य पाठ किया जिनका सम्मान राजस्थान सिंधी अकादेमी जयपुर के सचिव योगेंद्र गुरनानी ने किया । कार्यक्रम में राजस्थान सिंधी अकादेमी के पुरस्कार  दिए गए और प्रकाशित किताबों का विमोचन पूर्व न्यायाधीश जस्टिस जी आर मूलचंदानी ने किया । इस कार्यक्रम में अकादेमी की वार्षिक पत्रिका रिहान का विमोचन संपादक मंडल ने अथितियों के साथ किया,संपादक मंडल में योगेंद्र गुरनानी,खेमचंद गोकलानी, डॉ कमला गोकलानी,डॉ सुरेश बबलानी, किशन रतनानी शामिल थे।