26वीं सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा 23 से 26 जून को लेह लद्धाख में 

26वीं सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा 23 से 26 जून को लेह लद्धाख में 

आजादी के अमृत महोत्सव  का होगा सिन्धु उत्सव 

7फरवरी- 26वीं सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा 2022 लेह लद्धाख में  23 से 26 जून को आयोजित की जायेगी जिसमें आजादी के 75वी वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव का सिन्धु उत्सव के तहत देशभक्ति आधारित कार्यक्रम भी किये जायेगें उक्त विचार मार्गदर्शक इन्द्रेश कुमार जी ने केन्द्रीय पदाधिकारियों की दिल्ली में आयोजित बैठक में मार्गदर्शन देते हुये कहे। उन्होने कहा कि हम राष्ट्रभक्तों को सदैव स्मरण करते रहेगें और यह तीर्थयात्रा एक मिशन है जिसे मिलकर सभी को जोडना है। सिन्धु घाट तीर्थस्थल बनकर तैयार हुआ है। बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरलीधर माखीजा ने की। संचालन राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र कंसल ने किया।

     प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि तीर्थयात्रियों का 15 फरवरी से ऑनलाईन पंजीयन प्रारम्भ होगा। तीर्थयात्रा अलग अलग पांच मार्गों से चलेगी। वायु मार्ग दिल्ली-लेह-दिल्ली से होगी। चार सडक मार्ग की यात्राएंे होगी जो चंडीगढ-मनाली-लेह-जम्मू व जम्मू-लेह-मनाली -चंडीगढ़ से होगी।

 भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भगतराम छाबडा ने कहा कि इस वर्ष शहीद हेमू कालाणी का जन्म शताब्दी वर्ष होने के कारण देश भर में सभी ईकाईयों में कार्यक्रम किये जायेगें एवं लेह लद्धाख में भी आयोजना किया जायेगा। 

     लेह लद्धाख में सिन्धु माता की पूजा अर्चना, बहिराणा साहिब की पूजन के साथ एकता, अखण्डता, सद्भाव एवं समन्वय का प्रतीक सिन्धु दर्शन उत्सव आयोजित होगा। भारतीय सिन्धु सभा, हिमालय परिवार के साथ विभिन्न संगठनों की भागीदारी से सिन्धु दर्शन तीर्थयात्रा का आयोजन किया जाता है। 

 बैठक में मनोज गोगिया, मुकेश लखवाणी, गौतम सम्राट, गोपालदास अग्रवाल, मूलचंद बसंताणी, दिलबाग सिंह, सुरेन्द्र लछवाणी, हरीश तलरेजा, कमल खत्री, वेंकटेश मौर्य सहित केन्द्रीय व प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित थे।

 साभार:महेन्द्र कुमार तीर्थाणी