भाषा के साथ संस्कृति का ज्ञान केन्द्र है संस्कार शिविर-महंत स्वरूपदास उदासीन

अजयनगर में दो सिन्धी बाल संस्कार शिविरों का समापन
अजमेर 23 जून- भाषा के साथ संस्कृति का ज्ञान केन्द्र है बाल संस्कार शिविर एवं महापुरूषों के जीवन परिचय के साथ मातृभाषा से जुडाव ऐसे शिविरों में होता है यह विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से अजयनगर में दो सिन्धी बाल संस्कार शिविरो के समापन पर ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास उदासीन, श्रीराम विश्वधाम के महंत अर्जुनराम व सांई बाबा मन्दिर के महेश तेजवाणी ने प्रकट किये। कार्यक्रम में सभा के राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने विद्यार्थियों को सम्बोधन में कहा कि हमें निरंतर महापुरूषों के प्रेरणा प्रसंग, सनातन आस्था केन्द्रों से जुडाव व मातृभाषा का ज्ञान रखने से सदैव सफलता मिलती है। अब निरंतरता के लिये साप्ताहिक संस्कार केन्द्र से विद्यार्थियों को जोडा जा रहा है।
अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी ने कहा कि वीर सपूत हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष में राज्य भर में पूज्य सिन्धी पंचायतों के साथ सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सहयोग से ऐसे शिविर राज्य की प्रत्येक ईकाई द्वारा आयोजित किये जा रहे है।
शिविर प्रभारी चन्द्रप्रकाश लखाणी व नरेश टिलवाणी ने बताया कि शिविर में 255 बच्चों ने भाग लेकर सिन्धी भाषा का ज्ञान, मंचीय कार्यक्रम की तैयारी कर रंगारंग प्रस्तुतियां दी। शिविर में आयोजित अलग अलग प्रतियोगिताओं के विजेताओं को गुल छताणी, रमेश वलीरामाणी, रमेश लखाणी, के.टी.वाधवाणी, धमेन्द्र हेमनाणी, चन्द्रप्रकाश रूपाणी ने स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रमो का शुभारंभ भारत माता, सिन्ध व आराध्यदेव झूलेलाल की प्रतिमा पर पुष्पहार व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। मंच संचालन रमेश बालाणी ने किया। स्वागत भाषण शंकर सबनाणी व आभार राम केसवाणी ने प्रकट किया। दोनो शिविरों में मोहन कोटवाणी, चन्द्रप्रकाश लखाणी, मोहन लालवाणी, घनश्याम भगत, राजू भगताणी, वासदेव बच्चाणी, जगदीश खत्री, दीदी कुमकुम, गुरूमुख सोनी, सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
चन्द्रवरदाई नगर शिविर का हुआ समापन - शिविर प्रभारी प्रदीप वाधवाणी ने बताया कि सिन्धु विकास समिति के सहयोग से मधुबन गार्डन में 73 विद्यार्थियों ने भाग लेकर गीत, संगीत, भाषा का ज्ञान से संस्कृति का जुडाव किया। समापन कार्यक्रम में समाज सेवी चन्द्र नावाणी, प्रकाश मूलचंदाणी, गोवर्धनदास खिलनाणी, वीर बहादुर सिंह ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
शिक्षिकाओं साक्षी हासाणी, भाविका थारवाणी, कोमल ज्ञानंचदाणी, रिया सोनी, हरीश हसीजा, योगाचार्य मोहनलाल टिलवाणी, निकिता को उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित किया गया। विद्यार्थियों ने संगठन गीत, लाद्ा व महापुरूषों के विचित्र वेशभूषा के साथ वीर सपूत हेमू कालाणी का जीवन परिचय व गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का संचालन महेश टेकचंदाणी ने किया। स्वागत भाषण अध्यक्ष खूबचंद भागचंदाणी व आभार किशन देवाणी ने प्रकट किया।
झूलेलाल मन्दिर, वैशाली नगर में समापन होगा 26 जून को -ईकाई अध्यक्ष किशन केवलाणी ने बताया कि शिविर में सम्मिलित विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों के साथ सम्मान समारोह 26 जून को सुबह 8.30 बजे से श्री झूलेलाल मन्दिर वैशाली नगर में अध्यक्ष प्रकाश जेठरा की अध्यक्षता में किया जायेगा जिसमें प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर के संत राजूराम जी का आर्शीवाद मिलेगा। प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान व सम्मिलित हुये विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये जायेगें।
साभार: महेश टेकचंदाणी
महानगर मंत्री,