देश हेमूं कालाणी के योगदान को सैदव याद रखेगा

देश हेमूं कालाणी के योगदान को सैदव याद रखेगा

जयपुर, 25 जनवरी (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा आज़ादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत 25 जनवरी, 2023 को झालाना संस्थानिक क्षेत्र, जयपुर स्थित अकादमी संकुल में अमर वीर शहीद हेमूं कालाणी को समर्पित मासिक अदबी गोष्ठी का आयोजन किया गया।

 गोष्ठी की अध्यक्षता ब्यावर के वरिष्ठ साहित्यकार प्रो.अर्जुन कृपलानी ने की। गोष्ठी में जयपुर की साहित्यकारा श्रीमती मोनिका पंजवानी ने सिन्धी भाषा के महत्व को रेखांकित करते हुये कहानी ’घरनि में सिन्धी बोलीअ जी अहिमियत’, श्रीमती ज्योति पहलवानी शहीद हेमूं कालानी की शहादत को स्मरण करते हुये कविता ’मुर्कन्दे-मुर्कन्दे थी वियो पहिंजे देश लाइ शहीद हेमूं कालाणी’, श्रीमती कविता सचदेव ने देश की आज़ादी में अमर वीर शहीद हेमूं कालानी के योगदान को रेखांकित करते हुये लेख ’देश जी आज़ादीअ में हेमूं कालाणीअ जो योगदान’, चित्रेश रिझवानी ने सिन्धी बोली को बचाने में नौजवानों की भूमिका वाली कविता ’’दे सदु में सदु, ओ मुहिंजा सिकिलधा दोस्त’’ एवं ’समुंड ऐं समाज, लहर ऐं नई टही’’ एवं प्रो.अर्जुन कृपलानी ने सिन्धी के वरिष्ठ साहित्यकार, गीतकार, शायर गोवर्धन भारती के जीवन, गीतों, उनके रचना संसार को मार्मिक रूप से प्रस्तुत करते हुये ’’गोवर्धन भारती जो सिन्धी गीत-संगीत में योगदान’’ का बहुत सुन्दर ढ़ग से गाते प्रस्तुत किया। 

 गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार डा.खेमचंद गोकलानी, पूजा चांदवानी, रमेश रंगानी, डा.माला कैलाश, डा.पूनम केसवानी, नन्दिनी पंजवानी, पार्वती भागवानी, डा.हरि जे.मंगलानी, हेमनदास, हेमा मलानी, वीना प्रियदर्शना, प्रिया ज्ञानानी, वासुदेव मोटवानी, महेश किशनानी, हेमा चंदानी, गोपाल, मनोज आडवानी, लविना पहलवानी, नमीषा खेमनानी, गीता नानकानी आदि ने भाग लिया। गोष्ठी में सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार, अकादमी के पूर्व सदस्य एवं समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। गोष्ठी का संचालन श्रीमती पूजा चांदवानी ने किया।