सिंधी नाटक और सिंधी नृत्यो की प्रस्तुति पर झूम उठे समाजजन

सिंधी बोली एवं संस्कृति को बचाने के लिए हमे इन साहित्कारों की मेहनत को आगे बढ़ाकर सहयोग करना पड़ेगा - भगवानदास सबनानी*
*पाकिस्तान में मन रहे सिंध दिवस (सिंधी टोपी-अजरक दिवस) के साथ साथ आज इस गरिमामय आयोजन से भारत देश मे भी मन गया सिंधी दिवस -शंकर लालवानी*
*अपने धर्म को बचाने के लिए अपनी मातृभूमि को छोड़कर एवं अपनी मेहनत-लगन से बहुत कम समय मे भारत देश मे स्थापित होकर अपनी अलग पहचान बनाने वाले सिंधी समाज को में दोनों हाथ जोड़कर नमन करता हूं - तुलसी सिलावट*
*बोली और संस्कृति को बचाने के लिए होने वाले ऐसे आयोजन के लिए में समाजजन बधाई के पात्र है - गौरव रणदिवे*
इंदौर 5 दिसंबर । किसी भी धर्म की पहचान होती है उसकी भाषा और उसी सिंधी भाषा और सिंध की संस्कृति को संरक्षित रखने, उसे आज की पीढ़ी तक पहुंचाने और सिंधी भाषा के साहित्य को बढ़ावा देने के लिए इंदौर शहर में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया । मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के सिन्धी साहित्य अकादमी एवं भारतीय सिंधु सभा के संयुक्त तत्वावधान में *काव्य गोष्ठी, नाट्य मंचन और संगीतमयी आयोजन* हुआ । यह आयोजन साहित्यकार *कृष्ण खटवानी की स्मृति* में *5 दिसंबर 2021,रविवार को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ऑडोटोरियम* में आयोजित किया गया । इस आयोजन में शहर के कला व साहित्य प्रेमियों को इंदौर की संस्था सिंधु सुजाग रंग मंच द्वारा नाटक *'वसीयत'* को देखने का मौका मिला । सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक राजेश वाधवानी व भारतीय सिंधु सभा के अध्यक्ष दीपक बाबा ने बताया कि इस आयोजन का उद्घाटन भाजपा सांसद शंकर लालवानी,भाजपा प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी,भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लधाराम नागवानी,जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट,भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष जीतू जिराती,भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे,विधायक आकाश विजयवर्गीय,सभा के प्रदेश अध्यक्ष गुलाब ठाकुर,अजय शिवानी,रवि भाटिया, एवं
साहित्य अकादमी के निदेशक विकास दवे द्वारा भारत माता-इष्टदेव भगवान झूलेलाल एवं सरस्वती माता जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया ।
भारतीय सिंधु सभा के महामंत्री नरेश फुँदवानी एवं सुनील वाधवानी ने बताया कि आयोजन में *संत शिरोमणि हिरदाराम साहित्य गौरव सम्मान, श्रेष्ठ कृति पुरस्कार समारोह 2017-2018* के पुरस्कार वरिष्ठ साहित्यकार श्री गोप गोपलानी,श्री बल्लू चोइथानी,डॉ.नादिया मसंद,श्रीमती विनीता मोटलानी,श्री नारी लच्छवानी एवं श्री लक्ष्मणदेव बिजलानी को अतिथियों द्वारा दिये गए । आयोजन में काव्यगोष्ठी में साहित्यकार नादिया मसंद, हरेश सेवानी द्वारा रचना पाठ करेंगे एवं साहित्यकार कृष्ण खटवानी के जीवनी पर श्रीमती रश्मि रमानी एवं श्री श्याम खटवानी ने प्रकाश डाला । अंत मे नमोश तलरेजा द्वारा निर्देशित एवं लेखिका विनिता मोटलानी द्वारा लिखित 'वसीयत' नाटक का मंचन इंदौर की संस्था सिन्धु सुजाग रंग मंच द्वारा किया गया । आयोजन में इंदौर के नृत्य कलाकारों द्वारा *सामूहिक नृत्य (सिंधी छेज)* भी पेश किया गया । आयोजन का *मुख्य आकर्षण आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लगने वाली सिन्धू संस्कृति दर्शन की प्रदर्शनी* रही । आयोजन में इंदौर सिंधी समाज की समस्त पंचायतों,संगठनो,महिला एवं युवा शक्ति के साथ साथ शहर के कई समाजजन उपस्थित थे ।
विशेष रुप से दुबई से आये सतीश चांदवानी उपस्थित थे मंच से सिंधीयत की चिंता करने पर चांदवानी जी का भी सेवागत किया गया अतिथियों का स्वागत जयश्री वीरानी,नरेश चेलानी,संजय पंजाबी,धीरज कुण्डल,राहुल रिझवानी,आकाश परियानी,विजय पाहुजा,डॉ.जितेंद्र तलरेजा,राहुल सुखानी,दिलीप मुलानी,हेमंत ज्ञानानी,हीरा रोहिड़ा,योगेश वाधवानी,मनीष तलरेजा द्वारा किया गया । कार्यक्रम स्थल पर रंगोली सजावट दीपिका हासिजा द्वारा की गई । कार्यक्रम का संचालन श्रीमती विनीता मोटलानी एवं रवि भाटिया द्वारा किया गया एवं आभार गुलाब ठाकुर ने माना ।
साभार: दीपक बाबा' नरेश फुँदवानी