- भारतीय सिन्धु सभा महिला प्रकोष्ठ कोटा महानगर द्वारा संघर्ष और धैर्य की मिसाल मातृशक्ति का सम्मान किया
कोटा, 8 मार्च। भारतीय सिन्धु सभा महिला प्रकोष्ठ कोटा महानगर द्वारा मातृशक्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। श्री सिन्धी पंचायत (झूलेलाल धर्मशाला समिति) रंगपुर रोड़ डडवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर हेमा जी सरस्वती, अध्यक्षता भारतीय सिन्धु सभा महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री गुप्ता, विशिष्ट अतिथि स्काउट गाइड की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सुमन श्रृंगी एवं रिटायर्ड आरएएस श्रीमती भागवंती जेठवानी रहीं। इस दौरान भारतीय सिन्धु सभा कोटा महानगर के अध्यक्ष जयकुमार चंचलानी ने प्रकोष्ठ के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
कार्यक्रम में एकल नारी, रक्तदात्री महिलाओं व कवियित्री एवं नेत्रदान संकल्पित नारीशक्ति का सम्मान शॉल ओढ़ाकर, प्रशस्ति पत्र देकर किया गया। इस दौरान मुख्य रूप से जिला सचिव कोमल बबलानी, महासचिव नम्रता रावतानी, संरक्षक भारती सचदेवा मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुलेखा कटारिया ने किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर हेमा जी सरस्वती ने कहा कि समाज और संस्कृति को संभालने का पूरा दायित्व मातृ शक्ति पर निर्भर है। नारी ने सदैव समाज को प्रेरणा देने का कार्य किया है। वह नारी ही है जो कभी मां के रूप में, कभी बेटी के रूप में तो कभी पत्नी के रूप में तो कभी पत्नी के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन करती है, साथ ही समाज को गढ़ने का भी कार्य करती है। आज इस कार्यक्रम में जिन महिलाओं और बेटियों का हमने सम्मान किया है, उनसे हम सभी को प्रेरणा लेकर समाज को जागरूक करने का काम करना चाहिए।
अध्यक्षता कर रही भारतीय सिन्धु सभा महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती सावित्री गुप्ता ने कहा कि नारी स्वाभिमान व सुरक्षा पर गीत कोमल है कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है, जग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है, एवं नारी की मुसीबत में सेल्फी नहीं नारी के रक्षक बनें समाज की वर्तमान स्थिति पर आधारित आईना पेश किया, जिसे कार्यक्रम में काफी सराहना मिली।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही स्काउट गाइड की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सुमन श्रृंगी ने कहा कि स्काउट गाइड की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सुमन श्रृंगी ने कहा कि सिंधी समाज व्यापार में अग्रणी समाज है, और समाज की महिलाएं भी पढ़ लिखकर आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी घर-परिवार या समाज की तरक्की तभी संभव है जब महिला शिक्षित होगी। जरूरत पड़ने पर महिला भी अपने पति के व्यापार में मदद कर व्यापार को और अधिक सुदृढ़ कर सकती है। आज महिलाओं की भागीदारी हर क्षेत्र में है, चाहे वो व्यापार हो, राजनीति या फिर सामाजिक क्षेत्र हो। इस क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी है। किसी भी देश की तरक्की तभी संभव है, जब उस देश की महिलाएं भी शिक्षित हों, इसलिए महिलाओं शिक्षा पर समाज को जोर देना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि रिटायर्ड आरएएस भागवंती जेठवानी ने महिला शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित होकर ही महिला सशक्त व आत्मनिर्भर बन सकती है। महिलाओं को आत्मनिर्भन बनाने के लिए सरकार भी कई तरह की सुविधाएं दे रही है, जैसे सरकारी नौकरियों में आरक्षण या निजी क्षेत्र में स्टार्टअप व कॉपरेटिव सोसायटी के माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन सकती हैं। उन्होंने कहा कि आज महिलाओं के सामने सबसे बड़ी चिंता सुरक्षा को लेकर है, इस पर समाज को चिंतन-मनन करने की आवश्यकता है, जिसमें सरकार और प्रशासन भी शामिल हैं। क्योंकि जब महिलाओं को बाहर वर्क प्लेस में सुरक्षित माहौल मिलेगा तभी जाकर महिलाएं सशक्त व आत्मनिर्भर बन सकेंगी। अंत में पूज्य सिंधी पंचायत कोटा जंक्शन के अध्यक्ष हरीश जगवानी ने सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवम दुशाला ओडा कर स्वागत कियाऔर सभी को धन्यवाद दिया, इस अवसर पर भारतीय सिंधु सभा कोटा महानगर के संभाग प्रभारी नरेश कुमार टहिलियानी,संरक्षक चन्द्र प्रकाश खूबचंदानी, सिंधु सोशल सर्किल के सचिव किशन रतनानी, नरेश कारा, सहित काफी लोग उपस्थित थे