राजस्थान सिंधी अकादमी में अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग

राजस्थान सिंधी अकादमी में अध्यक्ष  की नियुक्ति की मांग

अखिल भारत सिंधी बोली ऐं साहित्य सभा के उपाध्यक्ष और सिंधी व हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार हरीश करमचंदाणी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि राजस्थान सिंधी अकादमी में  अध्यक्ष पद पर सिंधी भाषा, साहित्य और सँस्कृति से जुड़े किसी अनुभवी व्यक्ति को शीघ्र नियुक्त किया जाए।श्री करमचंदाणी ने इस बात पर आश्चर्य प्रकट किया कि प्रदेश की सभी अकादमियों में अध्यक्ष नियुक्त किये जा चुके हैं ,सिर्फ सिंधी अकादमी अध्यक्ष विहीन है।इससे सिंधी समाज स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रहा है।सिंधी एक समृद्ध व प्राचीन भाषा है जिसकी धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक सँस्कृति है।।भारत में सिंधी एक अल्पसंख्यक भाषा है और कोई अलग से राज्य न होने से पूरे भारत में बिखरा हुआ है।एक कल्याणकारी राज्य होने के नाते  सिंधीभाषियों के प्रति भी उदार रवैया रखा जाना न्यायसंगत होगा।मुख्यमंत्री स्वयं साहित्य व कला के सरंक्षक के रूप में संवेदनशील भूमिका निभाते रहे हैं।आशा है,इस उचित मांग की ओर भी उनका ध्यान जाएगा और सिंधी अकादमी में तुरंत अध्यक्ष पद पर साहित्यिक व्यक्ति की नियुक्ति की जाएगी।