भाषा व संस्कृति हेतु युवा पीढ़ी का जाग्रत होना शुभ संकेत

पद्म श्री प्रो.राम पंजवाणी जन्मोत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
ब्यावर:- किसी भी समाज की संस्कृति भाषा व साहित्य तब तक जीवित रहता है जब तक वह अपने संत महात्मा महापुरुषों द्वारा बताए गए मार्ग पर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहें। नई युवा पीढ़ी अपनी भाषा व संस्कृति के प्रत्येक धीरे-धीरे जागृत हो रही है यह आने वाले भविष्य के लिए सुखद संदेश है।
सिन्धी शिक्षा शागिर्द मित्र संस्था द्वारा पद्मश्री प्रोफेसर राम पंजवानी k111 जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में कार्यक्रम संचालक सिन्धी शिक्षा मित्र कमल सुंदर चचलानी ने उक्त विचार व्यक्त किए। सिंधी शिक्षा क्लासों के सुपरवाइजर दिलीप ज्ञानचंदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि पूज्य श्री झूलेलाल साहब मंदिर नंद नगर में आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम इष्टदेव झूलेलाल, विद्या देवी माता सरस्वती व प्रो. राम पंजवानी की छवि पर माल्यार्पण व समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया इस अवसर पर सिंधी सेंट्रल समाज के संरक्षक हरिकिशन तिलोकानी में समय-समय पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए भाषा को संजोए रखने की मुक्त कंठ से सराहना की।
भारतीय सिंधु सभा के नगर अध्यक्ष हरगुन लालवानी ने उपस्थित आमजन से अपनी भाषा से स्नेह बनाए रखने व नई पीढ़ी से अपनी मातृभाषा मे बात करने की अपील की