आस्था का केन्द्र साध पुरसनाराम साहिब-सांभर में 14-15 मार्च को आयोजित होगा दो दिवसीय वार्षिक मेला

आस्था का केन्द्र साध पुरसनाराम साहिब-सांभर में 14-15 मार्च को आयोजित होगा  दो दिवसीय वार्षिक मेला


सिंधी समुदाय के महान् सन्त योगीराज स्वामी पुरसनाराम साहिब का हर साल की भांति सिन्धी मौहल्ले में स्थित सन्त पुरसनाराम साहिब की मुख्य पीठ पर 14 व 15 मार्च को बड़े धूमधाम से मनाया जायेगा।
  इस दो दिवसीय मेले  में समस्त साध परिवार द्वारा  भजन-सत्संग किया जाता  है तथा भक्तजनों को नाम की दीक्षा भी दी जाती है।
  14 मार्च को सुबह 10 बजे झण्डे की रस्म के साथ-साथ मेले की शुरूआत की जाएगी । मेले में बाहर से आने वाले मेलार्थियों के लिये रहने व खाने का प्रबन्ध मेला व्यवस्था समिति द्वारा किया जायेगा ।
  साध प्रदीप के अनुसार मेले के दौरान बाहर से आये कलाकार गोरधन उदासी, दिलिप उदासी, बालक मण्डली, कटनी एवं सिन्धू म्यूजिकल ग्रुप लवी कमल भगत (अजमेर) द्वारा भजन सत्संग एवं मनोरंजक हंसी-काॅमेडी की शानदार प्रस्तुतियां दी जायेगी एवं सुबह-षाम महाआरती तथा श्रृद्धालुओं को प्रवचन व सत्संग का अम्रतपान कराया जायेगा।
  
कौन थे साध पुरसनाराम साहिब:-
 साध पुरसनाराम का जन्म पाकिस्तान के सिन्ध प्रान्त, जिला थरपारकर के ग्राम हथूंगा में संवत 1889 को माघ माह की 26वीं तिथि को हुआ था। यहां आज भी इनकी समाधि है। इन्होंने पाकिस्तान के हैदराबाद जिले के मातली ताल्लुकान्तर्गत ग्राम ग्यान्दरखोस में 12 साल तक बबूल के वृक्ष पर बैठकर कठोर तपस्या की थी जहां बाद में इन्हें ईष्वर के दर्षन लाभ हुए। इनके बड़े भ्राता धर्मदास की भी सिंधी समाज में गादेष्वरजी के नाम से पूजा-अर्चना की जाती है। साध पुरसनाराम ने जीवन पर्यन्त ईष्वर की भक्ति में नाम जप की महिमा का सन्देष दिया तथा इसके माध्यम से ईष्वर प्राप्ति का सरल मार्ग बताया। इन्होंने संवत 1964 में फाल्गुन मास में समाधि ली। माना जाता है कि देह त्यागने के पष्चात् भी इनके हाथ की माला यथावत चलती रही। साध परिवार इसी उपलक्ष में हर वर्ष सांभर कस्बे स्थित साध मौहल्ले में दो दिवसीय मेले का आयोजन करता है।

 देश की एकमात्र मुख्य पीठ:-

यू तो साध पुरसानाराम के गुजराज के अहमदाबाद, कच्छ एवं भुज, मध्यप्रदेष ेक उज्जैन, उत्तरप्रदेष के लखनऊ, आगरा, कानपुर एवं  हरिद्वार तथा राजस्थान के अजमेर, जोधपुर, गंगापुर सिटी, जयपुर, खैरथल में भी मंदिर है लेकिन इनकी मुख्य पीठ भारतवर्ष में एकमात्र जयपुर जिले के सांभर कस्बे मंन ही है। यही कारण है कि यहां सिंधी समाज के सैकड़ों लोग हर साल आकर अपनी आस्था प्रकट करते है।

  प्रमुख:-

इसी दिन सन्त पुरसनाराम साहिब का मेला दुबई में सिन्धी सेरेमनी हाॅल में मनाया जाता है। दुबई में रह रहे सन्त के वंषज तथा भक्तगण इस मेले का आयोजन बहुत ही सुन्दर रूप से करते है।

साभार:प्रदीप साध ,सांभर लेक।