प्रेम प्रकाश आश्रम, ब्यावर का वार्षिकोत्सव प्रारम्भ

प्रेम प्रकाश आश्रम, ब्यावर का वार्षिकोत्सव प्रारम्भ

प्रेम प्रकाश आश्रम वार्षिकोत्सव, ब्यावर

ब्यावर:- संत - महापुरूषो का धरती पर जन्म, मीनव मात्र के कल्याणार्थ व धर्म रक्षा हेतु ही होता है|  संत -महात्मा कठोर तप व अनेक विपदाओं का सामना करके भी मनुष्य जीवन के लिए प्रेरणा बनते है, हमें भी सादा जीवन - उच्च विचार रखते हुए, संतो की शिक्षा का पालन करते हुए संयमित जीवन जीना चाहिए | 
प्रेम प्रकाश आश्रम, ब्यावर के वार्षिकोत्सव के द्वितीय दिन  संत श्री शंभूलाल जी ने सत्संग के दौरान कही. उन्होने कहा कि वर्तमान परिस्थतियों में अत्यधिक सावधानी की आवश्यकता है, हमें हर हाल मे सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना पड़ेगा तभी जीवन में प्रगति कर पायेंगे. 


श्री प्रेम प्रकाश आश्रम के वार्षिकोत्सव पर आज नरेश मंघनानी ने "सद्गुरू तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया", भगवान डेटानी ने "आँखो के तारे, सद्गुरू स्वामी टेऊँराम हमारे", व कमलेश वरलानी ने "सद्गुरू जो आ मेलो, हली मेले में सेवा कमाए मौज मचायो" ने संगीतमय भजन प्रस्तुति दी. सत्संग के दौरान  कमला दादी, श्रीमती रेखा कांजानी, श्रीमती लता पुरस्वानी, श्रीमती इंद्रा लालवानी,  श्रीमती पुष्पा गुरनानी,जया दादी, श्रीमती सुनीता वरलानी, श्रीमती गंगा,, श्रीमती सुमन केशव कांजानी, सुन्दर वासवानी, भगवान सेवानी,  पवन राजवानी, भगवान भोजवानी, हरीश लालवानी, विष्णु गोकलानी, प्रदीप कृपलानी सहित अनेक श्रदालुजन उपस्थित थे.  
संत श्री ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को प्रात 8बजे नितनेम आरती, प्रार्थना पश्चात 9बजे हलन व 10बजे झण्डा  चढ़ाया जायेगा, सभी धर्मप्रेमी श्रदालु सत्संग श्रवण का लाभ लेकर जीवन सफल बनाएं |

साभार: कमल जी चचलानी  - ब्यावर