सिन्धी शिक्षा शागिर्द - मित्रों ने मनाई दीपावली

सिन्धी शिक्षा शागिर्द - मित्रों ने मनाई दीपावली

शिक्षा के साथ सनातन संस्कृति का अनुसरण
ब्यावर :- राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद दिल्ली व भारतीय सिंधु सभा राजस्थान के संयुक्त तत्वावधान में संचालित सिंधी सर्टीफिकेट व डिप्लोमा कोर्स के शागिर्दों (शिक्षार्थियों) ने  पूज्य श्री झूलेलाल साहिब मंदिर नंद नगर में संयुक्त रूप से  दीपावली कार्यक्रम रख स्नेह मिलन किया. 


सिंधी सर्टीफिकेट व डिप्लोमा कोर्स कक्षा ,ब्यावर के सुपरवाइज़र दिलीप ज्ञानचंदानी ने जानकारी देते हुए बताया कि नंद नगर मे  सिंधी शिक्षा मित्र  कमल सुन्दर चचलानी व बोहरा कालोनी में श्रीमती भावना खूबानी द्वारा संचालित सिंधी कक्षाओं का संयुक्त रूप से दीपावली पूजन,  रंगोली श्रृंगार,  दीप प्रज्वलन व दीपावली मनाने का उद्देश्य तथा पुरातन काल तथा वर्तमान दीपावली मनाने में अन्तर पर वैचारिक गोष्ठी भी रखी गई जिसमें श्रीमती लीना मूरझानी, श्रीमती रमा छतानी, सुश्री दिक्षा छतानी, लीजा विशनदासानी,  सुश्री रितु टवरानी, सुश्री मोनिका बदलानी , सुश्री दीपिका टवरानी, सुश्री कशिश वासवानी ंसुश्री  सिमरन छत्तानी  व श्रीमती योगिता भम्भानी ने अपने विचार रखे, कमल सुन्दर चचलानी ने अपने सम्बोधन में कहा कि भगवान श्री राम ने अपने पिता द्वारा वचनों का पालन कर 14वर्ष का वनवास पूरा  (इस दौरान असुरी शक्तियों का संहार कर शांति स्थापित ) कर पुन: अ़योध्या लौटने पर दीपावली मनाई जाती है, अमावस की काली रात को अयोध्यावासियो ने यथा शक्ति मशाल व दीप जलाकर दिन के उजाले की तरह अयोध्या को रोशन किया गया था व एक दूसरे को मिष्ठान खिलाकर बधाई देने की यह परम्परा चली आ रही है.कार्यक्म में हर्षा उत्तमचंदानी व वर्षा डूलानी ने आकर्षक रंगोली सजाई तथा शिक्षार्थियों ने दीप प्रज्वलित किए, खुशी मूरझानी ने  "सांई  ओ सांई मेहर वसांई" व रश्मि लालवानी ने  "धनी अ  दरि वेनती " प्रार्थना कराई,  शिक्षा मित्र  श्रीमती भावना खूबानी ने  प्रतिज्ञा कराई अंत में सभी का सिंधी मिष्ठान  गुड़ मिश्रित मूंगफली,  चावल, चने व राजगिरी की लाई (चपडा) खिलाकर मुंह मीठा कराया गया.

साभार :  कमल सुन्दर चचलानी