सिन्धी भाषा व संस्कृति बचाने का दायित्व युवा पीढ़ी व मातृशक्ति पर

सिन्धी भाषा व संस्कृति बचाने का दायित्व युवा पीढ़ी व मातृशक्ति पर

ब्यावर: - मातृभाषा व संस्कृति को बचाने का दायित्व अब युवा व मातृशक्ति को निभाना पड़ेगा , उक्त   विचार प्रेम प्रकाश मण्डल के संत श्री शंभूलाल जी  ने आज पूज्य श्री झूलेलाल साहिब मंदिर नन्द नगर में राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद नई दिल्ली व भारतीय सिन्धु सभा के संयुक्त तत्वाधान में  वर्ष 2022-23 में सम्पन्न सर्टिफिकेट,  डिप्लोमा व एडवांस डिप्लोमा परीक्षा के प्रमाण पत्र वितरण के दौरान व्यक्त किए। 
संत श्री ने सम्पन्न परीक्षाओं में स्थानीय,  राज्य स्तरीय व राष्ट्रीय स्तर पर स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को  स्मृति चिन्ह व प्रमाण देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की।
योगिता भारवानी, कोमल रामचंदानी, साक्षी तिलोकानी, नन्दिनी भोजवानी  सर्टिफिकेट में,रितु टवरानी, पायल टवरनी, पूनम आसवानी, लविना खूबानी,  भावना श्यामदासानी,दीक्षा चतरानी,लिना मूरझानी, दिशा छतानी,,खुशी मूरजानी, हनी लालवानी, टिना जेस्वानी, प्रिया  चंदनानी,  रमा छतानी को  डिप्लोमा में तथा नेहा दुलानी,  नव्या  चचलानी को एडवांस डिप्लोमा कोर्स में क्रमशः प्रथम व द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया । 
सिन्धी शिक्षा शागिर्द संस्था की सानिया ने बताया कि  इस अवसर पर  सुपरवाइजर दिलीप ज्ञानचंदानी व कंचन ज्ञानचंदानी तथा सिन्धी शिक्षा मित्र  भावना खूबानी , रश्मि लालवानी को भी साहित्य भेंट किया गया,  कार्यक्रम का संचालन कमल सुन्दर चचलानी ने किया, कार्यक्रम में केशव कांजानी, सिमरन छतानी,  दीपिका खूबचंदानी, हीर खत्री,  अंजली किर्तानी, नैतिक फुलवानी, मिश्री फुलवानी आदि सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे।