भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान न्यास का हुआ गठन

भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान न्यास का हुआ गठन

4 जून- भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान के कार्यकर्ता संवा कार्याें के लिए संकल्प लेकर समाज के हर वर्ग तक सम्पर्क कर आगे बढे और भाषा के साथ संस्कारों से जोडने के लिये युवा पीढी के संस्कार शिविरों का आयोजन कर रही है और साप्ताहिक संस्कार केन्द्रों में प्रार्थना, ध्यान, विद्यार्जन के साथ खेलकूद के आयोजन करे ऐसे आर्शीवचन प्रदेश कार्यसमिति की जयपुर में आयोजित बैठक में मार्गदर्शन देते हुये महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, हरीशेवा सनातन आश्रम, भीलवाडा ने कहे। उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के अवसर देने के लिये प्रेरित करने के साथ संस्कार भी मिलने चाहिए। महामण्डलेश्वर हंसराम ने भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान न्यास के गठन पर प्रसन्नता प्रकट करते हुये कहा कि समाज को अपनी आय से सेवाकार्यों के लिये निश्चित राशि सहयोग करनी है जिससे शिक्षा, चिकित्सा व अन्य सेवा कार्य सम्पन्न हो सके। सिन्ध के गौरवमयी इतिहास के लिए आयोजन हो रहे है 14 अगस्त सिन्ध स्मृति दिवस का आयोजन अब भारत सरकार द्वारा विभाजन विभीषिका दिवस के रूप में हो रहा है हमारा दृढ संकल्प है कि सिन्ध मिलकर अखण्ड भारत बनेगा।

          राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम राज्यभर में पूज्य सिन्धी पंचायतों व धार्मिक संगठनों के सहयोग से हो रहे है और आगामी 21 जनवरी 2023 को राज्य स्तरीय समारोह जयपुर में व सित्मबर 2022 में राज्य स्तरीय पंचायत मुखी सम्मेलन का आयोजन हरीशेवा धाम भीलवाडा में आयोजित किया जायेगा। सिन्धु महाकुंभ में भारत सरकार से मांग की गई थी कि शीघ्र सिन्धी विश्वविद्यालय का गठन हो उस पर सकारात्मक कार्यवाही चल रही है।

         प्रदेशााध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि राज्य की 182 ईकाईयों का गठन किया जा चुका है और प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा प्रवास कर कार्यकारिणी बनाई जा रही है। कार्यकर्ताओं के सहयोग से न्यास का गठन हुआ है अब समाज में सवाकार्यों को बढाने के लिये सभी का सहयोग लेने के लिये घर घर सम्पर्क करना है। राज्यस्तरीय शैक्षिक परिसर, छात्रावास व सांस्कृतिक मंचीय कार्यक्रम हेतु आडीटोरियक सहित विभिन्न गतिविधियों हेतु भवन का निर्माण जयपुर में किया जायेगा।

रंगीन कलण्डर का हुआ विमोचन

प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि शहीद हेमू कालाणी जन्म शताब्दी समारोह के कार्यक्रमों व संत महात्माओं के साथ महापुरूषो के चित्र व जीवन परिचय का रंगीन कलण्डर का विमोचन महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, पुरसानाराम दरबार सांभर के प्रदीप साध व मुकेश साध, राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, प्रदेश संरक्षक सुरेश कटारिया व प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा किया गया जिसे राज्यभर में वितरित किया जायेगा।

सिन्धी बाल संस्कार शिविरों से युवाओं का जुडाव -

    प्रदेश भाषा व साहित्य मंत्री डा. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि प्रदेश में सातवी वर्ष 100 से अधिक बाल संस्कारों के शिविर आयोजित हो रहे हैं। बैठक में आये प्रदेश पदाधिकारियों ने बताया कि सिन्धी भाषा, गीत संगीत, मंचीय कार्यक्रम, योग व प्रार्थना के शिविर धार्मिक केन्द्रों व पंचायत भवनों में आयोजित हो रहे हैं। निरंतर साप्ताहिक केन्द्रों में सम्मिलित विद्यार्थियों के लिये जिला व राज्य स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित कर सम्मानित किया जायेगा। 

    बैठक में प्रदेश अध्यक्ष महिला शोभा बसतांणी, संरक्षक नरेन्द्र लखी, संगठन महामत्री डॉ. कैलाश शिवलाणी ,प्रदेश मंत्री गिरधारी ज्ञानाणी, प्रदेश कोषाध्यक्ष इन्द्र रामाणी, संभाग प्रभारी हीरालाल तोलाणी,शहर मंत्री मूलचंद बसंताणी, तुलसी संगताणी साहित कार्यकर्ताओं ने भी विचार प्रकट किये। स्वागत भाषण संरक्षक विष्णुदेव सामताणी व आभार अध्यक्ष नवलकिशोर गुरनाणी ने प्रकट किये।  बैठक का सचंालन दीपेश सामनाणी ने किया। बैठक की शुरूआत सिन्ध, भारत माता व आराध्यदेव झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर की गई। संगठन गीत राजकुमार दादलाणी  ने प्रस्तुत किया।


         बैठक में प्रदेश कार्यसमिति के घनश्याम हरवाणी, टीकम पारवाणी, प्रकाश फूलाणी, जोधराज तनवाणी,कमल राजवाणी, रमेश खत्री मोहन तुलस्यिाणी, मनीष ग्वालाणी, नरेश टहिल्याणी, जय चंचलाणी, हेमनदास के साथ जिलाध्यक्ष, जिलामंत्री, महानगर अध्यक्ष मंत्री के साथ मातृ व युवा ईकाई के पदाधिकारी उपस्थित थे।

साभार: ईश्वर मोरवाणी,प्रदेश महामंत्री,