अखो-पल्लव गायन में ब्यावर की सिद्धि प्रथम
मातृभाषा के प्रति जागरूक करें बच्चो को - शहदादपुरी
ब्यावर :- नई पीढ़ी मे अपनी मातृभाषा के प्रति लगाव बढ़ाने हेतु विभिन्न भाषाओं के भाषाविदो द्वारा समाज स्तर पर नित नए नए प्रकार के प्रयोग किये जाते हैं जिससे सम्बन्धित समाज की बोलचाल की भाषा जीवित रह सके.बच्चो में सिन्धी भाषा के प्रति जागरूक करने के लिए दिलेर सिन्धी संस्था, उल्हासनगर द्वारा 8 से 14 वर्ष तक की आयु के बच्चो के लिए अखो व पल्लव गायन प्रतियोगिता रखी गई, जिसमे 46 बच्चो ने हिस्सा लिया जिसमें किशनगंज निवासी चन्द्र-श्रीमती द्रोपती भोजवानी की छोटी बिटिया सिद्धि भोजवानी ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया | साची आहूजा द्वितीय,व रिदम आसनानी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया
दिलेर सिन्धी की डॉइरेक्टर हीना शहदादपुरी ने बताया कि बच्चो में अपनी भाषा के प्रति स्नेह तो है लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्कूली शिक्षा व सोशल मीडिया ने उन्हे अपनी भाषा से दूर कर दिया है, ये हम लोगो की जिम्मेदारी बनती है कि हम सोशल मीडिया पर भी कुछ ना कुछ सांस्कृतिक गतिविधियां जारी रखे जिससे बच्चे अपनी भाषा से जुड़े रहें. सिन्धी शिक्षा शागिर्द मित्र कमल सुन्दर चचलानी ने बताया कि इस प्रतियोगिता की निर्णायक सुहाना आर. ब्रिजवानी-कल्याण , आँचल डी. शर्मा,व डा. गिरिजा छाबड़िया -उल्हासनगर तथा सोनम नोतानी-कोल्हापुर थी.सिन्धी शिक्षा शागिर्द मित्र संस्था की महक फतनानी, सुहानी वसन्दानी, विधी लालवानी, सानिया खूबानी, रेशमा पुरस्वानी, नव्या चचलानी ने सिद्धि भोजवानी की इस उपलब्धि की सराहना करते हुए उज्जवल भविष्य की मंगलकामना की
साभार: कमल जी चचलानी - ब्यावर