अकादमी की वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ के लिये रचनायें आमंत्रित
जयपुर, (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी अपनी वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण 2022-23’’ के लिये देशभर के सिन्धी साहित्यकारों से रचनायें आमंत्रित करती है। साहित्यकार अपनी रचनायें देवनागरी/अरबी लिपि (अरबी लिपि का देवनागरी लिपि में लिपियान्तरण के साथ) में भिजवा सकते हैं।
अकादमी प्रशासक दिनेश कुमार यादव ने बताया कि रचना की दो प्रतियों के साथ पासपोर्ट साईज का रंगीन छायाचित्र, जन्म स्थान, जन्मतिथि, योग्यता, व्यवसाय, प्रकाषित पुस्तकें, घर के पते के साथ पिनकोड एवं मोबाईल/टेलीफोन नम्बर की जानकारी के साथ रचना मौलिक एवं पूर्व में प्रकाषित नहीं हुई है, इसका प्रमाण-पत्र भिजवाना आवशयक है। इन सूचनाओं की जानकारी के अभाव में ’’रिहाण’’ में रचना प्रकाशन संभव नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि ’’रिहाण’’ में प्रकाशत रचनाओं पर नियमानुसार मानदेय दिया जायेगा। साहित्यकारों से अनुरोध है कि रचना पृष्ठ के केवल एक तरफ साफ-2 सुपाठ्य लिखित या टाईप की हुई हो। रचना रिहाण में छपना, उसके मयार पर निर्भर होगी। रचना 3-4 पृष्ठों से अधिक नहीं होनी चाहिये। नाटक की स्थिति में 6-7 पृष्ठ हो सकते हैं। रचनायें अकादमी कार्यालय में 15 जुलाई, 2022 तक रजिस्टर्ड डाक/कोरियर से पहंचना जरूरी हैं। मेल से प्रेषित एवं देर से प्राप्त रचनाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।