इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, केंद्रीय संस्कृति  मंत्रालय के तत्वावधान में, बहुभाषीय कवि सम्मेलन में सिंधी भी शामिल 

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, केंद्रीय संस्कृति  मंत्रालय के तत्वावधान में, बहुभाषीय कवि सम्मेलन में सिंधी भी शामिल 

नई दिल्ली. 21-2-2023 को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा 
दिवस के महत्वपूर्ण अवसर और उत्सव पर इंदिरा 
गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA), संस्कृति 
मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में व यूनेस्को 
(UNESCO) के सहयोग से, राष्ट्रीय बहुभाषीय कवि 
सम्मेलन एवं काव्य पाठ, IGNCA के ‘सम्वेत सभागार’ 
में आयोजित किया गया. 

इस राष्ट्रीय बहुभाषीय कवि सम्मेलन में विविध प्रदेशों से 
भाग लेने वाले एवं काव्य पाठ करने वाले प्रमुख, उल्लेखनीय कवि थे: 

अमित कुमार (भोजपुरी), अम्बाला. 
सुजाता घाडी बेतकीकर (कोंकणी), गोवा. 
डॉ. आशुतोष कुमार (अवधी) शिमला. 
डॉ. सैयद क़ासिम अली (तेलगू), हैदराबाद. 
नीरज धर्मवीर (संस्कृत), दिल्ली. 
डॉ. हनीफ (बांग्ला), झारखंड. 
डॉ. मधुबाला सिन्हा (मैथली), वाराणसी. 
माधुरी सोनी (गुजराती), मध्य प्रदेश. 
डॉ. दुर्गेश नंदिनी (तमिल), हैदराबाद. 
सपना दत्ता सक्सेना (मलयालम), केरल. 
डॉ. नंदलाल जोतवानी (सिंधी), दिल्ली. 

सिंधी भाषाविद् वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. नंदलाल जोतवानी ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर सब को 
साधुवाद देते हुए बहुभाषीयकवि सम्मेलन में भारतीय संविधान-स्वीकृत सिंधी भाषा को भी सम्मिलित करने के 
लिए हर्ष और आभार व्यक्त किया. उन्हों ने अपनी कविता “लिखां त छा लिखां” में विश्व की वर्तमान 
विषम परिस्थितियों पर प्रकाश डाला. अपनी संक्षिप्त भूमिका में उन्हों ने कहा कि वर्तमान शिक्षा नीति व पद्धति के अनुकूल प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा के माध्यम से 
ग्रहण करनी चाहिए और इस दिशा में जन जागरण 
द्वारा शिक्षार्थियों और अभिभावकों को प्रेरित व 
मातृभाषा के महत्व से अवगत करना चाहिए. 

कवि सम्मेलन से पूर्व,  अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस समारोह की श्रृंखला में, डॉ. विदुषी शर्मा की पुस्तक “अखंड भारत: एक युगद्रष्टा अंतर्राष्ट्रीय काव्य संकलन”   तथा यति शर्मा की पुस्तक “आधी रात की नीदं” (उपन्यास) का डॉ. सच्चिदानंद जोशी, सदस्य-सचिव, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, द्वारा लोकार्पण किया गया. इस भव्य समारोह में हिंदी के जाने-माने हास्य कवि डॉ. अशोक चक्रधर; विश्व रिकार्ड होल्डर संतोष खन्ना; माउंट कार्मेल विद्यालय की हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. वंदना गोसाईं; भारत सरकार में भाषाई अल्पसंख्यकों के पूर्व  राष्ट्रीय आयुक्त (Commissioner) डॉ. नंदलाल जोतवानी, इत्यादि, गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. संपूर्ण कार्यक्रम सार्थक व सफल रहा एवं राष्ट्रगीत-गान से सम्पन्न  हुआ.